CBSE Result 2025: सवाई माधोपुर के टॉपर्स ने किया कमाल, बेटियों ने मारी बाजी

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सवाई माधोपुर जिले में इस वर्ष केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) के 10वीं और 12वीं कक्षा के परीक्षा परिणामों ने शिक्षा की दिशा में सकारात्मक संकेत दिए हैं। मंगलवार को घोषित हुए इन नतीजों में जहां एक ओर बेटियों ने बेहतरीन प्रदर्शन कर सभी का ध्यान खींचा, वहीं विज्ञान वर्ग में छात्रों ने भी अपनी मेहनत का लोहा मनवाया।

जिले में सीबीएसई पैटर्न पर आधारित कुल 13 स्कूल संचालित हैं, जिनमें 9 सरकारी और 4 निजी स्कूल शामिल हैं। इस वर्ष 10वीं कक्षा में 598 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी, जिनमें 239 छात्राएं और 359 छात्र शामिल थे। इनमें से 559 विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए, जबकि 27 को सप्लीमेंट्री और 1 विद्यार्थी फेल घोषित हुआ। वहीं, 12वीं कक्षा में कुल 264 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी, जिनमें 105 छात्राएं और 159 छात्र थे। इनमें से 237 विद्यार्थी पास हुए, 21 सप्लीमेंट्री और 6 विद्यार्थी अनुत्तीर्ण रहे।

टॉपर्स ने किया जिले का नाम रोशन

इस साल की सबसे बड़ी उपलब्धि यह रही कि जिले के होनहार विद्यार्थियों ने 95% से अधिक अंक अर्जित कर अपनी मेहनत और लगन का प्रमाण दिया। 10वीं कक्षा में जाह्रवी माहेश्वरी ने 96.8% अंक प्राप्त कर टॉप स्थान हासिल किया। वहीं 12वीं में वाणिज्य वर्ग से समीक्षा केडिया ने 95.6%, विज्ञान वर्ग से अतुलित जोशी ने 95.2% और कला वर्ग से अदीबा सादिक कागजी ने 94% अंक प्राप्त किए।

गंगापुर सिटी स्थित सेंट फ्रांसिस डी सेल्स स्कूल की 10वीं की छात्रा जाह्नवी सिंह ने 95.6% अंक प्राप्त किए और बताया कि निरंतर पढ़ाई और नियमित रिवीजन उसकी सफलता का रहस्य रहा। वहीं उसी स्कूल की एक और छात्रा संतोषी मीणा ने 95.4% अंक प्राप्त किए और स्कूल तथा परिवार को सफलता का श्रेय दिया।

अतुलित जोशी की सफलता का रहस्य

केंद्रीय विद्यालय गंगापुर सिटी के छात्र अतुलित जोशी ने विज्ञान वर्ग में 95.2% अंक प्राप्त कर यह सिद्ध किया कि लक्ष्य निर्धारण और कठिन विषयों पर विशेष फोकस सफलता की कुंजी है। जीवविज्ञान के छात्र होने के बावजूद उन्होंने फिजिक्स जैसे कठिन विषय में गहरी समझ विकसित की और न्यूमेरिकल्स पर विशेष ध्यान दिया। उनके अनुसार, नियमित पढ़ाई और आत्ममंथन ही उन्हें इस मुकाम तक लाया।

पास प्रतिशत में आई गिरावट और उसका कारण

इस वर्ष जिले के कुल परिणामों में पास प्रतिशत में हल्की गिरावट दर्ज की गई, जिसका मुख्य कारण दक्षता आधारित (Competency Based) प्रश्नों की संख्या में बढ़ोतरी को माना जा रहा है। केंद्रीय विद्यालय सवाई माधोपुर के प्राचार्य जोगेंद्र सिंह ने बताया कि इस बार प्रश्न पत्रों में ऐसे प्रश्नों की संख्या अधिक थी, जो औसत विद्यार्थियों के लिए चुनौतीपूर्ण सिद्ध हुए। हालांकि, केंद्रीय विद्यालय सवाई माधोपुर ने एक बार फिर 100% परिणाम देकर अपना स्तर कायम रखा।

सीसीटी क्वेश्चंस और बेहतर रणनीति का असर

केंद्रीय विद्यालय गंगापुर सिटी के प्राचार्य सत्यनारायण मीणा ने बताया कि इस बार 12वीं का ओवरऑल परिणाम पिछले वर्ष के मुकाबले बेहतर रहा। उन्होंने बताया कि इस बार सीबीएसई ने क्रिटिकल क्रिएटिव थिंकिंग (CCT) आधारित प्रश्नों को 50% वेटेज दिया, जिससे बच्चों की विश्लेषण क्षमता और दैनिक जीवन में ज्ञान के उपयोग को परखा गया। विद्यालय में अक्टूबर तक कोर्स पूरा करवाने, बार-बार रिवीजन और तीन बार बोर्ड पैटर्न पर प्री-बोर्ड परीक्षा आयोजित करने जैसी रणनीतियों से विद्यार्थियों की तैयारी मजबूत हुई।

बेटियों की बढ़ती भागीदारी

इस वर्ष का परिणाम एक बार फिर यह दर्शाता है कि बेटियां पढ़ाई के क्षेत्र में लड़कों से किसी भी तरह पीछे नहीं हैं। 10वीं और 12वीं दोनों ही वर्गों में बेटियों ने शानदार प्रदर्शन किया और जिले का गौरव बढ़ाया। स्कूलों और परिवारों के संयुक्त सहयोग से जिले की छात्राएं न केवल शिक्षित हो रही हैं, बल्कि समाज में भी एक प्रेरणा बन रही हैं।

सीबीएसई 10वीं-12वीं परिणामों ने यह साबित कर दिया है कि सवाई माधोपुर जिले के विद्यार्थी न केवल मेहनती हैं, बल्कि बदलते शैक्षणिक प्रारूपों को समझकर उसके अनुसार खुद को ढालने में भी सक्षम हैं। यह सफलता विद्यार्थियों, शिक्षकों, स्कूल प्रशासन और परिवारों के सामूहिक प्रयासों का प्रतिफल है। आशा है कि आने वाले वर्षों में यह प्रगति और गति पकड़ेगी और जिले का नाम राष्ट्रीय स्तर पर और अधिक रोशन होगा।