राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले में मानटाउन थाना पुलिस ने एक ऐसे मामले का खुलासा किया है जो समाज के सामने एक गंभीर धोखाधड़ी का चेहरा उजागर करता है। 23 वर्षीय अनुराधा, जिसने अब तक लगभग 25 फर्जी शादियां कर लोगों को लूटा, आखिरकार पुलिस के जाल में फंस गई।
क्या है पूरा मामला?
पीड़ित विष्णु शर्मा निवासी IHS कॉलोनी सवाई माधोपुर ने 3 मई को रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि दो दलाल – सुनीता (निवासी खंडवा, मप्र) और पप्पू मीना (निवासी खेडला) – ने उन्हें मनपसंद दुल्हन से शादी करवाने का आश्वासन दिया।
उन्होंने अनुराधा की फोटो दिखाई और सवाई माधोपुर न्यायालय परिसर में इकरारनामा बनवाकर 2 लाख रुपये लेकर विवाह करवा दिया।
लेकिन शादी के महज 14 दिन बाद, 2 मई की रात, अनुराधा जेवर, नकदी और मोबाइल लेकर घर से फरार हो गई। इस घटना ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया।
कैसे हुई गिरफ्तारी?
मानटाउन थानाधिकारी के नेतृत्व में एएसआई मीठालाल यादव की टीम को सूचना मिली कि आरोपिता भोपाल में है। पुलिस ने चालाकी से फर्जी दूल्हा बनकर संपर्क किया और दलालों से महिलाओं की फोटो मंगवाई। जब पुलिस को अनुराधा की पहचान हुई, तो उसे पकड़ने के लिए एक नकली विवाह प्रस्ताव दिया गया।
दलाल द्वारा बताए गए स्थान पर पुलिस पहुंची और अनुराधा को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। टीम में एएसआई मीठालाल यादव, कांस्टेबल रामजीलाल, जितेन्द्र व दीपिका शामिल थे।
लुटेरी दुल्हन का गैंग – फर्जी एजेंट, नकली दस्तावेज, और ठगी का जाल
जांच में खुलासा हुआ कि अनुराधा भोपाल स्थित एक संगठित गिरोह का हिस्सा थी, जिसमें रोशनी, सुनीता, रघुवीर, गोलू, मजबूत सिंह यादव, अर्जुन आदि शामिल हैं।
ये गिरोह भोपाल, मध्य प्रदेश और राजस्थान में विवाह के इच्छुक पुरुषों को फंसाकर उनसे 2 से 5 लाख रुपये तक की ठगी करता था।
- पहले मोबाइल पर लड़की की फोटो भेजी जाती
- फिर फर्जी नाम-पते से इकरारनामा तैयार करवाया जाता
- शादी के 5–7 दिन बाद दुल्हन जेवर, कैश और मोबाइल लेकर फरार हो जाती
समाज में डर के कारण लोग नहीं करते रिपोर्ट
मानटाउन थाने में यह पहला मामला है जिसमें पीड़ित ने सामने आकर शिकायत दर्ज करवाई।
पुलिस का कहना है कि अक्सर समाज में बदनामी के डर से ऐसे पीड़ित केस दर्ज नहीं करते, जिससे ऐसे गिरोहों के हौसले बुलंद रहते हैं।
अनुराधा जैसी लुटेरी दुल्हन और उसके गिरोह ने समाज में विवाह जैसी पवित्र संस्था को शर्मसार किया है।
पुलिस की सतर्कता और चालाकी से इस मामले का पर्दाफाश हुआ है, लेकिन अभी भी कई लोग ऐसे हो सकते हैं जो इस गैंग के शिकार बने हों।
पुलिस ने अपील की है कि यदि किसी और को भी इसी तरह की धोखाधड़ी का सामना करना पड़ा है, तो सामने आकर शिकायत दर्ज करवाएं।